ट्रेंडिंग – News Network https://newsnetwork.live Fri, 11 Oct 2024 06:26:14 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.7.2 नवरात्र में ही रिलायंस ने खेल दिया बड़ा दांव, अब हर तरह का लोन मिलेगा बेहद कम ब्याज दर पर https://newsnetwork.live/2024/10/11/reliance-made-a-big-move-during-navratri/ https://newsnetwork.live/2024/10/11/reliance-made-a-big-move-during-navratri/#respond Fri, 11 Oct 2024 06:26:14 +0000 https://sarvodayanews.com/?p=20146

Jio Financial Services News: रिलायंस इंडस्ट्रीज की फाइनेंशियल कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने नया जियोफाइनेंस ऐप (JioFinance App) लॉन्च कर दिया है. यूजर्स गूगल प्लेस्टोर, एप्पल ऐप स्टोर और मायजियो से इस ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं. जियोफाइनेंस ऐप यूजर्स के लिए कई आकर्षक ऑफर लेकर आया है. कंपनी ने रेगुलेटरी फाइलिंग में ये जानकारी दी है.

शुक्रवार 11 अक्टूबर 2024 को बाजार के खुलने से पहले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने स्टॉक एक्सचेंजों को रेगुलेटरी फाइलिंग में ये जानकारी दी है कि कंपनी ने नया और सुधार कर जियोफाइनेंस ऐप को लॉन्च कर दिया है जिसका बीटा वर्जन 30 मई 2024 को लॉन्च किया गया था. कंपनी ने बताया कि 6 मिलियन यूजर्स ने जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के इस न्यू-एज डिजिटल प्लेटफॉर्म का अनुभव हासिल किया है और कस्टमर्स के फीडबैक के बाद कंपनी ने यूजर्स के कहने पर ऐप में सुधार किया है.

बीटा वर्जन के लॉन्च के बाद जियोफाइनेंस ऐप में कई तरह के फाइनेंशियल प्रोडेक्ट्स और सर्विसेज को जोड़ा गया है जिसमें म्यूचुअल फंड पर लोन, होम लोन जिसमें बैलेंस ट्रांसफर और प्रॉपर्टी के बदले में लोन शामिल है. कंपनी ने बताया कि ये लोन बेहद आकर्षक हैं और हमारे कस्टमर्स को बड़ी बचत होगी.

कंपनी ने बताया कि सेविंग फ्रंट पर जियो पेमेंट बैंक लिमिटेड पर केवल 5 मिनटों में डिजिटल सेविंग अकाउंट खोला जा सकता है. बायोमेट्रिक ऑथेंटिफिकेशन और फिजिकल डेबिट कार्ड के जरिए कंपनी सिक्योर बैंक अकाउंट ऑफर कर रही है. 1.5 मिलियन कस्टमर्स  जियो पेमेंट बैंक लिमिटेड पर अपनी रोजाना और रेकरिंग खर्च को मैनेज कर रही हैं. इसके अलावा यूपीआई पेमेंट, मोबाइल रीचार्ज, क्रेडिट कार्ड बिल का भी भुगतान किया जा सकता है.

जियोफाइनेंस ऐप पर यूजर्स अलग-अलग बैंकों में अपनी होल्डिंग्स के साथ सभी म्यूचुअल फंड्स होल्डिंग को देख सकेंगे जिससे वे अपने फाइनेंस को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकेंगे. इसके अलावा कंपनी लाइफ, हेल्थ, टू-व्हीलर, मोटर इंश्योरेंस डिजिटली ऑफर कर रही है. कंपनी ने बताया कि ब्लैकरॉक के साथ मिलकर जियो फाइनेंशियल वर्ल्ड क्लास इंनोवेटिव इंवेस्टमेंट सोल्युशन पर काम कर रही है.

इस खबर के सामने आने के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का शेयर 0.07 फीसदी के उछाल के साथ 344 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.

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गलत खाते में फंड ट्रांसफर पर लगेगी रोक, RBI करने जा रहा है ये बड़ा काम https://newsnetwork.live/2024/10/09/beneficiary-account-name-look-up-facility/ https://newsnetwork.live/2024/10/09/beneficiary-account-name-look-up-facility/#respond Wed, 09 Oct 2024 06:59:15 +0000 https://sarvodayanews.com/?p=20038

RBI MPC Meeting: कई बार बैंक ग्राहक (Bank Customers) आरटीजीएस (RTGS) और एनईएफटी (NEFT) के जरिए ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने के दौरान गलत अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर देते हैं. पर जल्द ही बैंक कस्टमर्स की ओर से की जाने वाली ऐसी गलतियां कम हो जाएंगी साथ ही फ्रॉड पर भी लगाम लग जाएगा. भारतीय रिजर्व बैंक ने रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम और नेशनल इलेट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर करने के लिए ट्रांजैक्शन एग्जीक्यूट करने से पहले फंड्स रेमिटर यानि पैसे ट्रांसफर करने वाले उससे पहले रिसीवर यानि बेनिफिशियरी अकाउंट होल्डर के नाम को वेरिफाई कर सकेंगे. आरबीआई ने बेनिफिशियरी अकाउंट नेम लुक-अप फैसिलिटी को शुरू करने का फैसला किया है.

यूपीआई और IMPS में है बेनिफिशियरी के वेरिफिकेशन की सुविधा 

मौजूदा समय में जब भी यूपीआई (UPI) या इमीडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS) के जरिए पैसे ट्रांसफर करने पर रेमीट्टर ऑफ फंड्स (Remitter of Funds) यानि जो पैसे ट्रांसफर कर रहे हैं उनके पास विकल्प होता है कि वे पेमेंट ट्रांजैक्शन करने से पहले रिसीवर या बेनिफिशियरी के नाम को वेरिफाई करें. लेकिन ये सुविधा आरटीजीएस (Real Time Gross Settlement System) या एनईएफटी (National Electronic Funds Transfer) सिस्टम में उपलब्ध नहीं था.

RTGS-NEFT में बेनिफिशियरी के वेरिफिकेशन होगा संभव 

मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक (MPC Committee Meeting) के बाद अपने संबोधन में भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा, अब ये प्रस्ताव है कि रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट सिस्टम और नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर के जरिए फंड ट्रांसफर करने के लिए भी यूपीआई (UPI) और आईएमपीएस ( Immediate Payment Service) के समान ऐसी फैसिलिटी शुरू की जाए. आरबीआई गवर्नर ने बताया कि, इस सुविधा के शुरू होने पर रेमीट्टर आरटीजीएस या एनईएफटी के जरिए फंड ट्रासंफर करने से पहले अकाउंट होल्डर के नाम को वेरिफाई कर सकेंगे. इससे गलत खाते में फंड क्रेडिट करने की संभावनाएं कम हो जाएंगी साथ ही फ्रॉड पर भी लगाम लगाया जा सकेगा.

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RBI का बड़ा एक्शन, इन 5 बैंकों पर लगाया भारी जुर्माना, ग्राहकों पर क्या होगा असर? https://newsnetwork.live/2024/08/13/rbi-takes-big-action-imposes-heavy-fine-on-these-5-banks/ https://newsnetwork.live/2024/08/13/rbi-takes-big-action-imposes-heavy-fine-on-these-5-banks/#respond Tue, 13 Aug 2024 05:52:34 +0000 https://sarvodayanews.com/?p=13562

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सोमवार को विभिन्न नियामक मानदंडों के उल्लंघन के लिए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, मुथूट हाउसिंग फाइनेंस और सीएसबी बैंक सहित पांच संस्थाओं पर जुर्माना लगाया।

आरबीआई ने सीएसबी बैंक पर ‘रिस्क मैनेजिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज की आउटसोर्सिंग’ में गाइडलाइंस का उल्लंघन किया। साथ ही बैंक, ‘शाखा प्राधिकरण पर मास्टर सर्कुलर’ पर जारी कुछ निर्देशों का भी पालन नहीं किया। इसके लिए बैंक पर 1.86 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पर क्यों लगा जुर्माना

एक अन्य बयान में आरबीआई ने कहा कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने भी ‘अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी)’ पर कुछ मानदंडों का पालन नहीं किया। साथ ही, जोखिमों के लिए आवश्यक सेंट्रल रिपॉजिटरी बनाने के नियमों की अनदेखी की। इसके लिए बैंक पर 1.06 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की एक इकाई है, जिसकी 60 फीसदी हिस्सेदारी सरकार के पास है।

मुथूट हाउसिंग फाइनेंस पर जुर्माने की वजह क्या है

केंद्रीय बैंक ने एक अन्य विज्ञप्ति में कहा कि ‘नॉन-बैंकिंग फाइनेंसिंग कंपनी – हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (रिजर्व बैंक) डायरेक्शंस, 2021’ के कुछ प्रावधानों का पालन न करने पर मुथूट हाउसिंग फाइनेंस कंपनी पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। आरबीआई ने मानदंडों का पालन न करने पर निडो होम फाइनेंस लिमिटेड पर 5 लाख रुपये और अशोका विनियोग लिमिटेड पर 3.1 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।

क्या जुर्माने का ग्राहकों पर कोई असर होगा? 

आरबीआई ने कहा कि प्रत्येक मामले में जुर्माना नियामक अनुपालन में कमियों पर आधारित है। इसका उद्देश्य संस्थाओं में किए गए किसी भी लेनदेन या समझौते की वैधता पर फैसला सुनाना नहीं है। इसका मतलब कि ग्राहकों के किसी भी लेनदेन पर आरबीआई के जुर्माने का असर नहीं होगा।

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अडानी समूह के शेयरों में आया भूचाल, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद 17% तक गिरे शेयर, निवेशकों को अरबों रुपये डूबे https://newsnetwork.live/2024/08/12/hindenburg-report-impact/ https://newsnetwork.live/2024/08/12/hindenburg-report-impact/#respond Mon, 12 Aug 2024 04:47:28 +0000 https://sarvodayanews.com/?p=13543

अडानी समूह के लिए सोमवार का दिन एक बार फिर से काला साबित हो सकता है. हिंडनबर्ग रिसर्च की वीकेंड पर आई नई रिपोर्ट के बाद आज सोमवार को बाजार खुलते ही अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई. शुरुआती सेशन में अडानी समूह के शेयर 17 फीसदी तक के नुकसान में कारोबार कर रहे हैं.

सबसे ज्यादा लुढ़का अडानी का ये शेयर

सुबह 9:15 बजे बाजार खुलते ही अडानी समूह के सारे शेयर लुढ़क गए. अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस ने तो बीएसई पर करीब 17 फीसदी के नुकसान के साथ शुरुआत की. हालांकि कारोबार बढ़ते ही उसने शानदार रिकवरी दिखाई, लेकिन उसके बाद भी शेयर लाल निशान में ही है. 9 बजकर 30 मिनट पर यह शेयर बीएसई पर 2.59 फीसदी के नुकसान के साथ 1,075.45 रुपये पर कारोबार कर रहा था.

अडानी के सारे शेयर हुए लाल

सुबह 9:30 पर अडानी टोटल गैस सबसे ज्यादा साढ़े फीसदी के नुकसान में था. अडानी पावर और अडानी विल्मर के शेयर 3-3 फीसदी से ज्यादा लुढ़के हुए थ. फ्लैगशिप शेयर अडानी एंटरप्राइजेज 2 फीसदी से ज्यादा के नुकसान में था. इसी तरह अडानी ग्रीन एनर्जी लगभग ढाई फीसदी गिरा हुआ था.

अडानी समूह के शेयरों का शुरुआती हाल

शेयर भाव (रुपये में) नुकसान (फीसदी में)
एसीसी 2319.05 1.35
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस 1075.45 2.59
अडानी एंटरप्राइजेज 3115.50 2.24
अडानी ग्रीन एनर्जी 1736.85 2.43
अडानी पोर्ट्स एंड सेज 1509.50 1.55
अडानी पावर 673.20 3.15
अडानी टोटल गैस 830.30 4.50
अडानी विल्मर 373.05 3.10
अंबुजा सीमेंट 629.85 0.37
एनडीटीवी 202.01 3.03

(बीएसई पर 9:30 बजे)

शेयर बाजार को भी नुकसान

भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत भी आज गिरावट के साथ हुई है. बीएसई का सेंसेक्स 375.79 अंक या 0.47 फीसदी की गिरावट के साथ 79,330.12 अंक पर खुला है, जबकि एनएसई का निफ्टी 47.45 अंक या 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 24,320 अंक पर खुला है.

अनुमानों के हिसाब से है बाजार का रिएक्शन

बाजार और अडानी समूह के शेयरों का रिएक्शन कमोबेश एनालिस्ट के अनुमानों के हिसाब से ही है. एनालिस्ट कह रहे थे कि सोमवार को बाजार हिंडनबर्ग की ताजी रिपोर्ट पर पिछली बार की तरह रिएक्ट नहीं करेगा, जब रिपोर्ट सामने आने के बाद बाजार बिखर गया था और अडानी के लगभग सभी शेयरों पर लोअर सर्किट लग गया था. आज के कारोबार में अडानी के शेयर शुरुआती झटके के बाद लगातार मजबती दिखा रहे हैं और रिकवरी के संकेत दे रहे हैं.

डेढ़ साल पहले हुए था तगड़ा नुकसान

इससे पहले हिंडनबर्ग ने जब जनवरी 2023 में जब अडानी समूह को पहली बार अपना निशाना बनाया था, तब अडानी के शेयरों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. रिपोर्ट आने के लगभग एक महीने बाद तक अडानी समूह के शेयर लुढ़कते रहे थे और लगातार लोअर सर्किट का शिकार होते रहे थे. उस समय अडानी समूह के शेयरों में 80 फीसदी से ज्यादा तक की गिरावट आई थी और मार्केट कैप में 150 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान उठाना पड़ गया था.

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‘भारत में कुछ बड़ा होने वाला है!’ हिंडनबर्ग की चेतावनी, अब किसकी बारी? https://newsnetwork.live/2024/08/10/hindenburg-report-again/ https://newsnetwork.live/2024/08/10/hindenburg-report-again/#respond Sat, 10 Aug 2024 05:54:43 +0000 https://sarvodayanews.com/?p=13508

करीब डेढ़ साल पहले भारत के अग्रणी कारोबारी समूहों में एक अडानी समूह के खिलाफ सनसनीखेज रिपोर्ट लाकर सुर्खियां बटोरने वाली फर्म हिंडनबर्ग फिर से चर्चा में है. अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारत में नया खुलासा करने का ऐलान किया है. उसके बाद से कयासों का बाजार गर्म है.

हिंडनबर्ग के अपडेट के बाद तेज हुए कयास

हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारतीय समय के अनुसार आज शनिवार की सुबह के करीब साढ़े पांच बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक छोटा अपडेट शेयर किया. अमेरिकी फर्म ने बस इतना ही लिखा- भारत, जल्दी ही कुछ बड़ा आने वाला है. यह अपडेट शेयर होते ही चर्चा के केंद्र में आ गया. सुबह के साढ़े नौ बजे तक एक्स पर हिंडनबर्ग के इस अपडेट को डेढ़ मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके थे और करीब साढ़े चार हजार बार रिपोस्ट किया जा चुका था.

पिछले साल आई थी अडानी पर रिपोर्ट

हिंडनबर्ग के इस अपडेट के बाद लोग कयास लगा रहे हैं कि अब उसका नया शिकार कौन होने वाला है. भारत में हिंडनबर्ग रिसर्च का नाम पिछले साल की शुरुआत में उस समय चर्चा में आया था, जब उसने उस समय भारत व एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी के कारोबारी समूह के खिलाफ विवादास्पद रिपोर्ट जारी की थी. हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी उस रिपोर्ट में अडानी समूह के ऊपर कई सनसनीखेज आरोप लगाए थे, जिनमें शेयरों के भाव में हेर-फेर करने से लेकर कारोबार में गलत तरीके अपनाने जैसे आरोप शामिल थे.

अडानी का कर दिया 86 बिलियन डॉलर का नुकसान

अडानी समूह पिछले साल जनवरी में आई उस रिपोर्ट के बाद परेशानियों में घिर गया था. डेढ़ साल गुजर जाने के बाद भी अडानी समूह अभी तक हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों से हुए नुकसान की पूरी तरह भरपाई नहीं कर पाया है. रिपोर्ट के चलते अडानी समूह के सभी शेयरों के भाव धराशाई हो गए थे. कई शेयरों पर तो एक महीने से ज्यादा समय तक लगभग हर रोज लोअर सर्किट लगता रहा था. समूह को बाजार पूंजीकरण में उस समय 86 बिलियन डॉलर का भारी-भरकम नुकसान उठाना पड़ गया था.

अब तक नहीं साबित हुए एक भी आरोप

हालांकि हिंडनबर्ग रिसर्च के तमाम आरोपों को अडानी समूह ने सिरे से खारिज किया था और उसे भारत के ऊपर हमला बताया था. बाद में बाजार नियामक सेबी ने हिंडनबर्ग के आरोपों की जांच शुरू की, जिसकी निगरानी सुप्रीम कोर्ट ने की. अब तक हिंडनबर्ग के द्वारा अडानी पर लगाए गए एक भी आरोप साबित नहीं किए जा सके हैं. इस कारण कई लोग ऐसा मानने लगे हैं कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने जानबूझकर अडानी समूह को निशाना बनाया था और उसमें उसके निहित स्वार्थ थे.

यूजर करने लगे हिंडनबर्ग पर बैन की मांग

शॉर्ट सेलर फर्म के नए अपडेट पर खास तौर पर भारतीय यूजर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. कुछ यूजर तो यहां तक मांग कर रहे हैं कि भारत सरकार को हिंडनबर्ग रिसर्च का एक्स हैंडल भारत में बैन कर देना चाहिए, क्योंकि अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म सिर्फ सनसनी बनाकर लोगों को नुकसान पहुंचाती है.

बहरहाल अब देखना यह है कि हिंडनबर्ग रिसर्च के पिटारे से अब क्या निकलने वाला है और अडानी के बाद किसका नंबर लगने वाला है.

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PNB 1 जुलाई से बंद करेगा ये खाते; कहीं आप भी तो शामिल नहीं https://newsnetwork.live/2024/07/20/pnb-will-close-these-accounts/ https://newsnetwork.live/2024/07/20/pnb-will-close-these-accounts/#respond Sat, 20 Jul 2024 02:11:24 +0000 https://sarvodayanews.com/?p=12527

सरकारी स्वामित्व वाले पंजाब नेशनल बैंक(PNB) ने अपने बचत खाताधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। बैंक उन बचत खातों को बंद करने जा रहा है, जिनमें ग्राहक ने पिछले तीन सालों में कोई लेन-देन नहीं किया है। इस फैसले का असर उन खातों पर पड़ेगा, जो बिना किसी बैलेंस के बेकार पड़े हैं।

PNB

बैंक ने इन खातों में धनराशि बनाए रखने और उन्हें सक्रिय करने के लिए 30 जून की समयसीमा तय की है। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट के ज़रिए आधिकारिक नोटिस(Official Notice) भी भेजा है।

PNB ने यह फ़ैसला खाते की सुरक्षा और किसी भी तरह के दुरुपयोग से बचाने के लिए लिया है।

पीएनबी के आधिकारिक अकाउंट(PNB official account) से X पर शेयर की गई तस्वीर में उन्होंने लिखा, “बैंक ने पाया है कि कई खातों में पिछले 3 सालों में ग्राहक ने कोई ऑपरेशन नहीं किया है और इन खातों में कोई बैलेंस नहीं है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि इन खातों का दुरुपयोग न हो, बैंक ने अंतर्निहित जोखिम(Inherent Risks) को रोकने के लिए उन्हें बंद करने का फ़ैसला किया है।” नोटिस में बैंक ने उन तारीखों को भी निर्दिष्ट किया है, जिस पर उसने नोटिस भेजा था। इससे पहले, PNB ने 1 जून को इन खातों को बंद करने का फ़ैसला किया था। हालांकि, उन्होंने अंतिम तिथि को एक महीने के लिए बढ़ा दिया है।

कुछ खातों को बंद करने से छूट दी गई है। इसमें डीमैट खाते, लॉकर या सक्रिय स्थायी निर्देश(Active Standing Instructions), 25 वर्ष से कम आयु के ग्राहकों के लिए छात्र खाते, नाबालिग खाते, पीएनबी द्वारा विशिष्ट योजनाओं के लिए खोले गए खाते और वे खाते शामिल हैं जिन्हें न्यायालय के आदेश, आयकर विभाग के आदेश या अन्य वैधानिक प्राधिकरणों द्वारा फ्रीज किया गया है।

एक बार जब बैंक खाते समय-सीमा के बाद बंद हो जाते हैं, तो खाताधारक केवल अपनी शाखा में जाकर और सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ केवाईसी फॉर्म भरकर उन्हें फिर से चालू कर पाएंगे।

अधिक जानकारी के लिए, खाताधारकों को बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाने या शाखा से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।

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